शनिवार, 20 अगस्त 2022

hindi kavita ...सरोवर में तेरी आँखों के


सरोवर में तेरी आँखों के, 
कमल बन कर के खिल जाऊँ। 
तेरे अश्कों के मोती में ,
बन कर बूँद मिल जाऊँ। 
नहीं किस्मत में सब कलियों  की  ,
बन कर फूल मुस्काएं 
मगर चाहत का फिर भी हक़ ,
कि वे मन में न रह जाएँ। 

"काव्याँश "

 In the lake of Your eyes,
let me blossom like a lotus.
In the pearl of your tears,
let me become a drop and get in it.
though all buds are not fortunate
to become  flowers and spread smiles
But still this is the right of desires,
that they should not remain in the heart.
 

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