मंगलवार, 19 जुलाई 2022

Kavita hindi poetry रात की बाहों में,in the arms of night

रात की बाहों में भटके,
चांद अपनी नींद ढूंढे।
याचक बनी प्यासी धरा,
मेघों में शीतल बूंद ढूंढे।
पुष्प ढूंढे एक भ्रमर जो,
प्रेम का निश्छल पुजारी।
पथिक खोजे गंतव्य तक की,
एक सुहानी राह प्यारी।


"काव्याँश"

Wandered in the arms of the night,
the moon finds its sleep.
The  thirsty earth became beggar,
To get cool drops from the clouds.
flower searches a bumblebee,
the pure priest of love.
Wanderer searches a lovely path,
Till the destination achieves..


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