चले जो साथ तेरे गर , कोई साया अंधेरे में..
उसे पलकों पे रख लेना, किसी रौशन सवेरे में.
नही संगदिल हमेशा ही, होती स्याह रातें ये..
अक्सर बांटती हैं दर्द ,उनकी आह रातें ये..
कैलास "काव्यांश
Walk with it, if there is any shadow in the dark..
Keep it on the eyelids, in a bright morning.
these are dark nights but not always heartless..
Often they share the pain, their sighs, these nights....
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