बुधवार, 20 जुलाई 2022

english hindipoetryहिंदीकविता कभी मायूस करती है

कभी मायूस करती है ,
कभी सपने दिखाती है 
कभी तू रूठ कर कौने में,
 गालों को फूलाती है। 
 तेरे क़दमों की आहट, 
धड़कनों को बढाती है। 
तू क्यों जिंदगी मुझको, 
अभी भी आजमाती है 
गुजारे है बहुत लम्हे ,
हमने इम्तिहानो के 
फैसलों का जो आया वक्त ,
नतीजे क्यों छुपाती है 
अजब है  जिंदगी तू  भी,
 अजब अंदाज़ है तेरा 
कल जिस हाल पे हँसते थे,
 वही अब आज है मेरा 

"काव्याँश " 
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"

sometimes you  make me sad,

Sometimes you take  me to  dreams.

sometimes you get angry,

you puff up the cheeks 

at the corner.

The sound of your footsteps,

Increases heartbeat.

O life, why do you still

checking my patience.

we have spent many moments

in the exam of your's,

The time for decisions has come,

Why do you hide the results?

Wonderful life, you have a wonderful idea.

The circs on , you used to laugh yesterday,

  That's mine now from that way..


मंगलवार, 19 जुलाई 2022

Kavita hindi poetry रात की बाहों में,in the arms of night

रात की बाहों में भटके,
चांद अपनी नींद ढूंढे।
याचक बनी प्यासी धरा,
मेघों में शीतल बूंद ढूंढे।
पुष्प ढूंढे एक भ्रमर जो,
प्रेम का निश्छल पुजारी।
पथिक खोजे गंतव्य तक की,
एक सुहानी राह प्यारी।


"काव्याँश"

Wandered in the arms of the night,
the moon finds its sleep.
The  thirsty earth became beggar,
To get cool drops from the clouds.
flower searches a bumblebee,
the pure priest of love.
Wanderer searches a lovely path,
Till the destination achieves..


बुधवार, 6 जुलाई 2022

shayari kavita in hindi धरा ये जहां पर गगन चूमती है

रा ये जहां पर गगन चूमती है।
वो खुश्बू बिखेरे पवन झूमती है।।
है जीवन यहीं पर बाहें पसारे।
कहां खो गए तुम ये तुमको पुकारे।।
नदियों के जल का मधुर गीत सुन लो।
कोई गीत तुम भी मेरे मीत बुन लो।।




This land is where the sky kisses,
The wind swings with its fragrance.
 Life is here, spreading her arms.
Where are you lost, O my friend?
Listen to the melodious song of the rivers.
You should also weave a song for them.


"काव्यांश"


यूं ही उलझा रहे ये मन ...May this mind just keep getting confused..


यूं ही उलझा रहे ये मन , यही जीवन की सुलझन है।
जवानी स्वप्न बचपन का ,बचपन का जवानी है।
हंसती हैं जो आखें, बाहर मुस्कुराती हैं।
कभी जो झांक कर देखो, उनके अंदर भी पानी है।
मचलते ख्वाब रातों में, जो पलकों में पलते हैं
सुबह जब नींद खुलती है, अलग उनकी कहानी है।
भले चुपचाप बहती है नदी खामोश दिखती है।
अगर गहरे उतर जाओ, उसके भीतर रवानी है।
यूं ही उलझा रहे ये मन, यही जीवन की 
सुलझन है।
जवानी स्वप्न बचपन का, बचपन का जवानी है।

"काव्याँश"



May this mind  just keep getting confused, 
this is the solution of life.
 Youth is the dream of childhood,  childhood is the dream for youth.
 The eyes that laugh, smile outside; if you ever look, there is water inside.
 The dreaming nights that grow in the eyelids,
When wake up in the morning, their  story is different. 
Even though it flows silently, the river looks silent. If you go deep, there is a strong flow within it. 
May this mind  just keep getting confused, 
this is the solution of life.
 Youth is the dream of childhood,  childhood is the dream for youth.





जो भी अब तक मिला सफर में ....Whoever accompanied so far.



जो भी अब तक मिला सफर में, 
आँखों में बरसात लिये ।
उसपर अपनी हंसी लुटाकर ,
कितने ही सौगात दिए ।
सीख न पाया अब तक लेकिन,
अपना भाव छुपाना। 
इसीलिए उपहास उड़ाता,
रहता आज जमाना ।
पर मैं अपनी मस्ती  लेकर,
जग को ये दिखलाता हूँ ।
भिक्षा में भी खुशी  मिले तो,
उसको भी अपनाता हूँ।
"काव्याँश "
 
 
Whoever accompanied so far in the journey
having rain in  their eyes,
I sacrificed the laugh on them
gifted more feelings of skies
but haven't learned yet 
how to hide own pain
that's why the world ridicules
today..
But I take my fun
showing this to the world
If I find happiness even in alms,
follow that too..


 

बारिश की बूंदो के जैसी ....Like rain drops

बारिश की बूंदो के जैसी 
किसी भी सावन आना तुम 
फूलों सी मुस्कान बिखेरे 
मन उपवन छा जाना तुम 
मेरा तो प्रारब्ध यही है 
पाकर मैं खो, देता सब कुछ 
जीवन की भूल भुलैया में ,
फिर किसी डगर मिल जाना तुम. 

"काव्याँश "








Like rain drops 
Any season  come to me,
scatter smiles, like flowers. 
and cover the garden of heart..
That's my destiny,
I find everything,
 I loose everything. 
but In the meander of life,
you appear and meet on  any maze path . 


 

मंगलवार, 5 जुलाई 2022

रात सुलाता, सुबह जगाता....You make us sleep at night

 रात सुलाता, सुबह जगाता। 
तू ही जग में रास रचाता। 
माटी के सारे खेल खिलौने,
माटी से जोड़ा सबका नाता। 
इतनी ही तेरी दुनिया तो,
दीप नयन के दिए क्यों सबको। 
रंग बिरंगे पुष्प खिलाये ,
हर उपवन हर डाली पर। 
पतझड़ ने जब आना ही है, 
दिन यौवन के दिए क्यों इसको?
महल बने, या कुटिया सब मे, 
दुःख की सुख से अमिट है यारी ।
ऐसा तेरा प्यार अश्रु से ,
मौसम सावन के दिए क्यों मुझको ?

"काव्याँश


You make us sleep at night, 
you make us awake in the morning. 
You are the one who creates joy in the world. 
All the game- toys are of soil,
The relationship of all connected with soil. 
if that's your world,
why did you give eye-lamp to everyone? 
you feed colorful flowers,
on every garden on each branch
When the fall has to come, 
Why did you give it the day of youth?
A palace, or a hut, all in all, 
The friendship of joy and sorrow is indelible.
So your love is with tears,
Why did  you give the rain to me?

सोमवार, 4 जुलाई 2022

वही बाल पन सा निश्छल मन..The same childish mind.

 वही  बाल पन सा निश्छल  मन। 
वही महक दे प्यारी सी। ।  
ऐ जीवन तू एक पल दे दे । 
भोर उसी फुलवारी की । । 
कहीं कोई एक शाखा दे दे  ।
उन पेड़ों से विनती कर । । 
जिनपर झूली थी तरुणाई । 
आशाओं के पेंग बढ़ाकर  । । 

"काव्याँश" 



The same childish mind. 
Give that  sweet smell .  
O life, give me a moment. 
In the morning of the same garden . 
Give a branch somewhere,
Beg those trees. 
On which adolescence used  to  swing, 
By increasing the jumps of hopes.

kavita...कविता

हार जीत परिणाम समर का नही वीरता का पैमाना निश्छल जिसने युद्ध लड़ा नियति ने सत्यवीर उसे माना मेरी पलकों और नींदों का  रहा हमेशा ब...