धरा ये जहां पर गगन चूमती है।
वो खुश्बू बिखेरे पवन झूमती है।।
है जीवन यहीं पर बाहें पसारे।
कहां खो गए तुम ये तुमको पुकारे।।
नदियों के जल का मधुर गीत सुन लो।
कोई गीत तुम भी मेरे मीत बुन लो।।
This land is where the sky kisses,
The wind swings with its fragrance.
Life is here, spreading her arms.
Where are you lost, O my friend?
Listen to the melodious song of the rivers.
You should also weave a song for them.
"काव्यांश"
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