बारिश की बूंदो के जैसी
किसी भी सावन आना तुम
फूलों सी मुस्कान बिखेरे
मन उपवन छा जाना तुम
मेरा तो प्रारब्ध यही है
पाकर मैं खो, देता सब कुछ
जीवन की भूल भुलैया में ,
फिर किसी डगर मिल जाना तुम.
"काव्याँश "
Like rain drops
Any season come to me,
scatter smiles, like flowers.
and cover the garden of heart..
That's my destiny,
I find everything,
I loose everything.
but In the meander of life,
you appear and meet on any maze path .
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