तकदीर ने तो चाहा था, दे आसमां सौगात में।
कसूर मेरे दामन का था, जो छोटा पड़ गया....
"काव्याँश "
Destiny had desired it, to gift me the heaven.
The fault was of my arm, which fell short.
काव्य सदैव से ही मानव के अंतर्मन से उमड़ने वाले भावों, संवेदनाओं और व्यथा को प्रकट करने , समझने का एक अनुपम माध्यम रहा है।काव्य की व्यापकता हर्ष में, विषाद में, प्रेम में, मिलन और बिछोह में, मित्रता और शत्रुता में, विस्तृत है। सभी प्रकार के मनभावों में काव्य प्रस्फुटित होकर हृदय को आलोकित कर देता है। इन उदगारों का हाथ थामकर जो कुछ भी कलम, कागज से मिलकर सृजित करती है उसे साझा करने का एक प्रयास है: अंतर्मन की कविता काव्य संग्रह।। "काव्याँश"
कसूर मेरे दामन का था, जो छोटा पड़ गया....
"काव्याँश "
Destiny had desired it, to gift me the heaven.
The fault was of my arm, which fell short.
तुझे ऐ जिंदगी हमने, खुली बाहों से अपनाया।
तेरे हर सितम को भी, सर आंखों पे बिठलाया।।
जहां रोने का जी करता ,वहां भी मुस्कुराए हम।
अंधेरों ने जिसे छोड़ा, बने उसके भी साए हम ।।
हमने राह भूली हैं, मंजिलों से नही शिकवा ।
हर मील के पत्थर का, झुक कर ही किया सजदा।।
गुज़ारिश है यही तुझसे ,रहे अंदाज ये अपना।
हकीकत जो हो जैसी हो ,पलकों पर सजे सपना।।
"
We adopted you, O life, with open arms.
Your every injustice too, we respected and honoured.
Wherever we have to cry, we smile there too.
We became the shadow of the one whom the darkness left.
We have forgotten the path, did not complain the destinations.
Every milestone was bowed down and prostrated.
This is the request to you,
Whatever the reality is, a dream adorned on the eyelids.
हँसने को यहां खुशियां समझते हैं ज़माने में ..
जिसे आंसू नहीं हासिल उसे क्या मुस्कुराने में
कभी एक रात भर तू देख इस चंदा की फितरत को..
चलता है अंधेरे में चमक देता है कुदरत को..
"काव्याँश"
Laughing is considered to be happiness here in the time..
What's in smiling to the one who doesn't get tears?
Sometimes, you see the nature of this moon for an entire night..
It walks in the dark, gives glow to the nature, and makes it bright.
हार जीत परिणाम समर का नही वीरता का पैमाना निश्छल जिसने युद्ध लड़ा नियति ने सत्यवीर उसे माना मेरी पलकों और नींदों का रहा हमेशा ब...