बुधवार, 22 जून 2022

आशाओं की मुस्कान....Smiles of hopes

आशाओं की मुस्कानों को ।
अधरों पर तुम बुनते रहना।।
नैनो के अपने सागर में ।
खुशी के मोती चुनते रहना।।
बहुत मिलेंगे इस जीवन में।
भावों को छलनी करने वाले।।
सुख में कदम मिलाने वाले।
 दुख में हाथ छुड़ाने वाले।।
रहना अडिग अविचल अटल ।
तुम मन की लेकर निष्छलता को।।
सींचे रखना एक कौने में ।
तरुणायी की चंचलता को।।
सभी पथिक हैं जीवन पथ के ।
सबके अपने ठौर ठिकाने।।
शाम कहीं कोई डेरा डाले ।
कहां चले फिर सुबह ना जाने।।


"काव्यांश"

Smiles of hopes,
You keep knitting on the lips.

In the ocean of your eyes,
Keep choosing pearls of happiness.

You will meet many in this life.
Emotions sieve.

Those who step into happiness.
 Redeemer hands in sorrow.

Remain unshakable, unshakable.
You take carelessness of the mind.

Keep irrigating  in one place,
to the fickleness of the young child.

All are wanderers of the path of life.
everyone has Everyone's place.

Somebody camp in the evening.
Where do they go then in the morning ,..

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