गुरुवार, 23 जून 2022

समझने और समझाने में..To understand and explain

समझने और समझाने में ,बीते दिन कई रातें।
न हम समझे ना कोई और समझ पाया सभी बातें।।
भवर में, पर कभी जब भी डोली नाव थमीं सांसे।
मांझी तैर कर निकला, लहरों ने रखीं आसे।।

"काव्याँश "


To understand and explain, passed many nights and days.
Neither we understood nor anyone else could understand everything.
 but in the midstream
 whenever the boat stopped, breath was held.
The boatman swam out, the waves kept alive.

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