गीत गाता हूं जहां मैं..
उस जहां में मुस्कुराना.
गीत गाना व्यर्थ है..
हां,अगर जो अश्रु निकलें.
तोड़कर पलकों के बंधन..
हैं कई बाजार सजते.
बेचते नैनों के सावन ..
"काव्याँश"
where I smile ,
where I sing a song ,
in that world, smiling and
Singing a song is pointless..
Yes, if those tears come out.
by breaking the bond of the eyelids..
There are many markets adorning..
Selling eye's water..
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