शनिवार, 3 सितंबर 2022

kavita...कविता

हार जीत परिणाम समर का
नही वीरता का पैमाना
निश्छल जिसने युद्ध लड़ा
नियति ने सत्यवीर उसे माना
मेरी पलकों और नींदों का 
रहा हमेशा बैर पुराना
किंतु कभी भी इन आंखों ने 
छोड़ा ना कोई स्वप्न सुहाना...


काव्याँश 

Defeat and win are the result of war,
  not the measurements of bravery..
 the innocent who fought the war, 
Destiny accepts it as true worrier..
 my eyelids and sleeps always hated each other,
 But these eyes never forgot to see any pleasant dream..

शनिवार, 20 अगस्त 2022

hindi kavita ...सरोवर में तेरी आँखों के


सरोवर में तेरी आँखों के, 
कमल बन कर के खिल जाऊँ। 
तेरे अश्कों के मोती में ,
बन कर बूँद मिल जाऊँ। 
नहीं किस्मत में सब कलियों  की  ,
बन कर फूल मुस्काएं 
मगर चाहत का फिर भी हक़ ,
कि वे मन में न रह जाएँ। 

"काव्याँश "

 In the lake of Your eyes,
let me blossom like a lotus.
In the pearl of your tears,
let me become a drop and get in it.
though all buds are not fortunate
to become  flowers and spread smiles
But still this is the right of desires,
that they should not remain in the heart.
 

बुधवार, 20 जुलाई 2022

english hindipoetryहिंदीकविता कभी मायूस करती है

कभी मायूस करती है ,
कभी सपने दिखाती है 
कभी तू रूठ कर कौने में,
 गालों को फूलाती है। 
 तेरे क़दमों की आहट, 
धड़कनों को बढाती है। 
तू क्यों जिंदगी मुझको, 
अभी भी आजमाती है 
गुजारे है बहुत लम्हे ,
हमने इम्तिहानो के 
फैसलों का जो आया वक्त ,
नतीजे क्यों छुपाती है 
अजब है  जिंदगी तू  भी,
 अजब अंदाज़ है तेरा 
कल जिस हाल पे हँसते थे,
 वही अब आज है मेरा 

"काव्याँश " 
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"

sometimes you  make me sad,

Sometimes you take  me to  dreams.

sometimes you get angry,

you puff up the cheeks 

at the corner.

The sound of your footsteps,

Increases heartbeat.

O life, why do you still

checking my patience.

we have spent many moments

in the exam of your's,

The time for decisions has come,

Why do you hide the results?

Wonderful life, you have a wonderful idea.

The circs on , you used to laugh yesterday,

  That's mine now from that way..


मंगलवार, 19 जुलाई 2022

Kavita hindi poetry रात की बाहों में,in the arms of night

रात की बाहों में भटके,
चांद अपनी नींद ढूंढे।
याचक बनी प्यासी धरा,
मेघों में शीतल बूंद ढूंढे।
पुष्प ढूंढे एक भ्रमर जो,
प्रेम का निश्छल पुजारी।
पथिक खोजे गंतव्य तक की,
एक सुहानी राह प्यारी।


"काव्याँश"

Wandered in the arms of the night,
the moon finds its sleep.
The  thirsty earth became beggar,
To get cool drops from the clouds.
flower searches a bumblebee,
the pure priest of love.
Wanderer searches a lovely path,
Till the destination achieves..


बुधवार, 6 जुलाई 2022

shayari kavita in hindi धरा ये जहां पर गगन चूमती है

रा ये जहां पर गगन चूमती है।
वो खुश्बू बिखेरे पवन झूमती है।।
है जीवन यहीं पर बाहें पसारे।
कहां खो गए तुम ये तुमको पुकारे।।
नदियों के जल का मधुर गीत सुन लो।
कोई गीत तुम भी मेरे मीत बुन लो।।




This land is where the sky kisses,
The wind swings with its fragrance.
 Life is here, spreading her arms.
Where are you lost, O my friend?
Listen to the melodious song of the rivers.
You should also weave a song for them.


"काव्यांश"


यूं ही उलझा रहे ये मन ...May this mind just keep getting confused..


यूं ही उलझा रहे ये मन , यही जीवन की सुलझन है।
जवानी स्वप्न बचपन का ,बचपन का जवानी है।
हंसती हैं जो आखें, बाहर मुस्कुराती हैं।
कभी जो झांक कर देखो, उनके अंदर भी पानी है।
मचलते ख्वाब रातों में, जो पलकों में पलते हैं
सुबह जब नींद खुलती है, अलग उनकी कहानी है।
भले चुपचाप बहती है नदी खामोश दिखती है।
अगर गहरे उतर जाओ, उसके भीतर रवानी है।
यूं ही उलझा रहे ये मन, यही जीवन की 
सुलझन है।
जवानी स्वप्न बचपन का, बचपन का जवानी है।

"काव्याँश"



May this mind  just keep getting confused, 
this is the solution of life.
 Youth is the dream of childhood,  childhood is the dream for youth.
 The eyes that laugh, smile outside; if you ever look, there is water inside.
 The dreaming nights that grow in the eyelids,
When wake up in the morning, their  story is different. 
Even though it flows silently, the river looks silent. If you go deep, there is a strong flow within it. 
May this mind  just keep getting confused, 
this is the solution of life.
 Youth is the dream of childhood,  childhood is the dream for youth.





जो भी अब तक मिला सफर में ....Whoever accompanied so far.



जो भी अब तक मिला सफर में, 
आँखों में बरसात लिये ।
उसपर अपनी हंसी लुटाकर ,
कितने ही सौगात दिए ।
सीख न पाया अब तक लेकिन,
अपना भाव छुपाना। 
इसीलिए उपहास उड़ाता,
रहता आज जमाना ।
पर मैं अपनी मस्ती  लेकर,
जग को ये दिखलाता हूँ ।
भिक्षा में भी खुशी  मिले तो,
उसको भी अपनाता हूँ।
"काव्याँश "
 
 
Whoever accompanied so far in the journey
having rain in  their eyes,
I sacrificed the laugh on them
gifted more feelings of skies
but haven't learned yet 
how to hide own pain
that's why the world ridicules
today..
But I take my fun
showing this to the world
If I find happiness even in alms,
follow that too..


 

बारिश की बूंदो के जैसी ....Like rain drops

बारिश की बूंदो के जैसी 
किसी भी सावन आना तुम 
फूलों सी मुस्कान बिखेरे 
मन उपवन छा जाना तुम 
मेरा तो प्रारब्ध यही है 
पाकर मैं खो, देता सब कुछ 
जीवन की भूल भुलैया में ,
फिर किसी डगर मिल जाना तुम. 

"काव्याँश "








Like rain drops 
Any season  come to me,
scatter smiles, like flowers. 
and cover the garden of heart..
That's my destiny,
I find everything,
 I loose everything. 
but In the meander of life,
you appear and meet on  any maze path . 


 

मंगलवार, 5 जुलाई 2022

रात सुलाता, सुबह जगाता....You make us sleep at night

 रात सुलाता, सुबह जगाता। 
तू ही जग में रास रचाता। 
माटी के सारे खेल खिलौने,
माटी से जोड़ा सबका नाता। 
इतनी ही तेरी दुनिया तो,
दीप नयन के दिए क्यों सबको। 
रंग बिरंगे पुष्प खिलाये ,
हर उपवन हर डाली पर। 
पतझड़ ने जब आना ही है, 
दिन यौवन के दिए क्यों इसको?
महल बने, या कुटिया सब मे, 
दुःख की सुख से अमिट है यारी ।
ऐसा तेरा प्यार अश्रु से ,
मौसम सावन के दिए क्यों मुझको ?

"काव्याँश


You make us sleep at night, 
you make us awake in the morning. 
You are the one who creates joy in the world. 
All the game- toys are of soil,
The relationship of all connected with soil. 
if that's your world,
why did you give eye-lamp to everyone? 
you feed colorful flowers,
on every garden on each branch
When the fall has to come, 
Why did you give it the day of youth?
A palace, or a hut, all in all, 
The friendship of joy and sorrow is indelible.
So your love is with tears,
Why did  you give the rain to me?

सोमवार, 4 जुलाई 2022

वही बाल पन सा निश्छल मन..The same childish mind.

 वही  बाल पन सा निश्छल  मन। 
वही महक दे प्यारी सी। ।  
ऐ जीवन तू एक पल दे दे । 
भोर उसी फुलवारी की । । 
कहीं कोई एक शाखा दे दे  ।
उन पेड़ों से विनती कर । । 
जिनपर झूली थी तरुणाई । 
आशाओं के पेंग बढ़ाकर  । । 

"काव्याँश" 



The same childish mind. 
Give that  sweet smell .  
O life, give me a moment. 
In the morning of the same garden . 
Give a branch somewhere,
Beg those trees. 
On which adolescence used  to  swing, 
By increasing the jumps of hopes.

सोमवार, 27 जून 2022

आसमां सौगात में....gift me the heaven.


 तकदीर ने तो चाहा था, दे आसमां सौगात में।

कसूर मेरे दामन का था, जो छोटा पड़ गया....


"काव्याँश "

Destiny had desired it, to gift me the heaven.

The fault was of my arm, which fell short.

पलकों पर सजे सपना .....a dream adorned on the eyelids.

 तुझे ऐ जिंदगी हमने, खुली बाहों से अपनाया।

तेरे हर सितम को भी, सर आंखों पे बिठलाया।।

 जहां रोने का जी  करता ,वहां भी मुस्कुराए हम।

 अंधेरों ने जिसे छोड़ा, बने उसके भी साए हम ।।

हमने राह भूली हैं, मंजिलों से नही शिकवा ।

हर मील के पत्थर का, झुक कर ही किया सजदा।।

गुज़ारिश है यही तुझसे ,रहे अंदाज ये अपना।

 हकीकत जो हो जैसी हो ,पलकों पर सजे सपना।।

"


काव्याँश"

We adopted you, O life, with open arms.


Your every injustice  too, we respected and  honoured.


  Wherever we have to cry, we smile there too.


  We became the shadow of the one whom the darkness left.


We have forgotten the path, did not complain the destinations.


Every milestone was bowed down and prostrated.


This is the request to you, 


  Whatever the reality is, a dream adorned on the eyelids.









शनिवार, 25 जून 2022

मन के अथाह सागर की....Of the bottomless ocean of the heart


मन के अथाह सागर की,
गहराई कब नापेंगे।
मोती कितनी दूर अभी है,
डूबेंगे तब जानेंगे।
कई कश्तियां देखीं खोयीं,
तट पर रहते रहते हमने।
कांटों के भी दर्द सहे हैं,
यूं ही हंसते हंसते हमने।
अब सम्मुख है सावन भी ,
तो तूफानों ने आना फिर है।
पर लाख करे पतझड़ कोशिश ,
तो भी फूलों ने मुस्काना फिर है।

"काव्याँश"

Of the bottomless ocean of the heart,
When will you measure the depth?

How far is the pearl now,
You will know when you drown.

Saw many boats lost,
 staying on the beach.

Even the pain of thorns has been endured,
We just laughed.

Now the rain is in front too,
So the storms have to come again.

But making a million efforts by the fall,
Even so, the flowers have to smile again.

शुक्रवार, 24 जून 2022

कौन सुनेगा कविताओं को...Who will listen to the poems?

ह्रदय संवेदनशून्य सभी हैं ।
इस पाषाण धरातल में।।
कौन सुनेगा कविताओं को ।
इस भीषण कोलाहल में।।
मुख रात्रि का खिल जाता है ।
शीतल चंद्र किरण चुंबन से।।
तुषार अश्रु भी धरती पोंछे।
 जो छलके विशाल गगन से।।
भंवरो ने अपनी गुंजन से ।
हर एक सुमन को महकाया।।
झरनो ने भी गीत से अपने।
 निर्जन वन को हर्षाया।।
पर कौन चुनेगा आंसू ऐसे ।
टूटे अरमानों के दिल में।।
व्यथित हृदय के उदगारों को।
कौन सुनेगा नभ जल थल में।।
कौन सुनेगा कविताओं को ।
इस भीषण कोलाहल में।।

"काव्याँश "
Hearts are all insensitive,
In this stone surface.

Who will listen to the poems?
In this fierce turmoil.

The face blooms of night,
With a soft moon ray kiss.

Even tearful tears wipe the earth.
 Which spilled from the vast sky.

bumblebees with their hum,
fragrances every single flower.

waterfalls  also sang their songs,
 and delighted the deserted forest.

But who will choose tears like this?
In the heart of broken dreams.

To the words of a troubled heart,
Who will listen in the land, air and water?

Who will listen to the poems?
In this fierce turmoil.

कभी छत पर कभी कौने में...Sometimes on the roof


कभी छत पर कभी कौने में,
कभी तकिए की नरमी में।
छुपा रख लो खुशी के पल,
कभी सूरज की गर्मी में।
मिलेंगे अब बहुत मुश्किल,
कहें जो हाल बतलाना।
कभी बारिश की रिमझिम से,
कभी फूलों से बतियाना।
कभी बस आईने में देख,
खुद को मुस्कुरा देना।
"काव्याँश"

Sometimes on the roof, sometimes in the corner,
Sometimes in the softness of a pillow.
Hide the happy moments,
Sometimes in the heat of the sun.

It's very difficult to meet now,
to ask how  are you doing.

Sometimes with a drizzle of rain,
Sometimes talking with flowers.
Sometimes just look in the mirror,
Make yourself smile...

kavita...कविता

हार जीत परिणाम समर का नही वीरता का पैमाना निश्छल जिसने युद्ध लड़ा नियति ने सत्यवीर उसे माना मेरी पलकों और नींदों का  रहा हमेशा ब...